चरण को पाद भी कहते हैं। एक छंद में प्राय: चार चरण होते हैं। चरण छंद का चौथा हिस्सा होता है। प्रत्येक पाद में वर्णों या मात्राओं की संख्या निश्चित होती है।
चरण दो प्रकार के होते हैं:-
1)-समचरण:- दूसरे और चौथे चरण को समचरण कहते हैं।
2)-विषमचरण:- पहले और तीसरे चरण को विषमचरण कहते हैं।
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