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नाम धातु क्रिया

संज्ञा, सर्वनाम या विशेषण शब्दों से बने क्रियापद नामधातु क्रिया कहलाते हैं ।

जैसे- हथियाना, शरमाना, अपनाना, लजाना, चिकनाना, झुठलाना इत्यादि ।

Comments

  1. भ्रम की नाम धातु क्रिया क्या होगी?

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  2. Chakkar ki naam dhatu kriya?

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  3. Lajja, thr -thr, ghdh-ghdh, baat ,sharm, laat

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    1. Thr-thr =thartharana.
      Baat=batiyana.
      Sharm= sharmana

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    2. मैं का नाम धातु क्रिया क्या होगा

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    3. Main ki naam dhatu kriya kya hogi

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  4. Naam dhatu kriya for chikna

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  5. Nam dhatu kriya of र‌ंग?

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  6. मैं की नाम धातु क्रिया क्या होगी

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  7. Namdhari kriya of गरम , मोटा

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  8. लालच की नामधातु कि्या ??

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  9. Lajja ki naam dhatu kriya kya hogi

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  10. Sharvnam shabdon se bani Naam Dhatu Kriya bataiye

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  11. Marna namdhatu kriya nahi hai kyo

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  12. Garam ki nam dhatu ky hoga

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  13. मोटा का नामधातु किया

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  14. दर-दर नामधातू किया

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  15. Seth ki nam that kriya kya hogi

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उत्तरवर्ती या अनुवर्ती संख्याएँ

किसी प्राकृतिक संख्या से ढीक अगली प्राकृतिक संख्या उसकी उत्तरवर्ती या अनुवर्ती होती है। किसी भी प्राकृतिक संख्या में 1 जोड़कर उससे अगली अर्थात उत्तरवर्ती या अनुवर्ती संख्या प्राप्त की जा सकती है। उदाहरण - संख्या 15 की उत्तरवर्ती 15+1 =16                         17 की उत्तरवर्ती 17+1 =18

कर्म के आधार पर क्रिया

कर्म के आधार पर क्रिया के दो भेद हैं। (1) अकर्मक क्रिया (2) सकर्मक क्रिया (1) अकर्मक क्रिया-जिन क्रियाओं का फल सीधा कर्ता पर ही पड़े वे अकर्मक क्रिया कहलाती हैं । ऐसी अकर्मक क्रियाओं को कर्म की आवश्यकता नहीं होती । अकर्मक क्रियाओं के उदाहरण- (i) गौरव रोता है । (ii) साँप रेंगता है । (iii) रेलगाड़ी चलती है । (2) सकर्मक क्रिया-जिन क्रियाओं का फल (कर्ता को छोड़कर) कर्म पर पड़ता है वे सकर्मक क्रिया कहलाती हैं। इन क्रियाओं में कर्म का होना आवश्यक हैं । जैसे- (i) भँवरा फूलों का रस पीता है । (ii) रमेश मिठाई खाता है ।

गण किसे कहते है?

वर्णिक छंदों की गणना 'गण' के क्रमानुसार की जाती है। तीन वर्णों का एक गण होता है। गणों की संख्या आठ होती है। जैसे :- यगण, तगण, लगण, रगण, जगण, भगण, नगण और सगण। गुणसूत्र:- " यमाताराजभानसलगा " जिस गण को जानना हो उस गण के पहले अक्षर को लेकर आगे के फ़ो अक्षरों को मिलाकर वह गण बन जाता है। जैसे :- यमाता में l S S लघु गुरु गुरु यगण