वर्णिक छंदों की गणना 'गण' के क्रमानुसार की जाती है। तीन वर्णों का एक गण होता है। गणों की संख्या आठ होती है।
जैसे:-
यगण, तगण, लगण, रगण, जगण, भगण, नगण और सगण।
गुणसूत्र:-
" यमाताराजभानसलगा "
जिस गण को जानना हो उस गण के पहले अक्षर को लेकर आगे के फ़ो अक्षरों को मिलाकर वह गण बन जाता है।
जैसे:-
यमाता में l S S लघु गुरु गुरु यगण
किसी प्राकृतिक संख्या से ढीक अगली प्राकृतिक संख्या उसकी उत्तरवर्ती या अनुवर्ती होती है। किसी भी प्राकृतिक संख्या में 1 जोड़कर उससे अगली अर्थात उत्तरवर्ती या अनुवर्ती स...
गण किसे कहते हैं
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