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काव्यलिंग अलंकार

किसी तर्क से समर्थित बात को काव्यलिंग अलंकार कहते हैं।
उदाहरण:-
"कनक-कनक ते सौगुनी,मादकता अधिकाय।
उहि खाय बौरात नर,इही पाय बौराय।।"

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