शिक्षा मनोविज्ञान एक नवीन एवं विकासशील व्यावहारिक विज्ञान है। इसलिए शिक्षा मनोविज्ञान के क्षेत्र की सीमाएँ अभी निर्धारित नही हो सकी है।
शिक्षा मनोविज्ञान शिक्षा का वह विज्ञान है जो शिक्षण-अधिगम समस्याओं का अध्ययन करके सीखने वाले के व्यवहार में वांछित परिवर्तन है तथा व्यक्ति का सर्वांगीण विकास करने के लिए शिक्षक के कार्य में सहायता देता है। इस दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए शिक्षा मनोविज्ञान के क्षेत्र में निम्नलिखित अध्ययन सामग्री को सम्मिलित किया गया है-
1. बालक की विशेष योग्यताओं का अध्ययन।
2. बालक के वंशानुक्रम और वातावरण का अध्ययन।
3. बालक के विकास की अवस्थाओं का अध्ययन।
4. बालक की रूचि व अरुचि का अध्ययन।
5. बालक की मूल प्रवत्तियों का अध्ययन।
6. बालक के सर्वांगीण विकास का अध्ययन।
7. अपराधी, असामान्य और मंद बुद्धि बालकों का अध्ययन।
8. शिक्षण विधियों के उपयोग सम्बन्धी अध्ययन।
9. शिक्षा के उद्देश्यों व उनको प्राप्त करने के तरीकों का अध्ययन।
10. अनुशासन सम्बन्धी समस्याओं का अध्ययन।
11. पाठ्यक्रम निर्माण से सम्बन्धित अध्ययन।
12. शिक्षा की समस्याओं का अध्ययन।
13. सीखने की क्रियाओं का अध्ययन।
निष्कर्ष रूप में स्किनर का कथन द्रष्टव्य है- "शिक्षा मनोविज्ञान के क्षेत्र में वह सब ज्ञान और विधियाँ सम्मिलित है, जो सीखने की प्रक्रिया से अधिक अच्छी प्रकार समझने और अधिक कुशलता से निर्देशित करने के लिए आवश्यक है।"
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